रविवार, 24 मई 2020

रामगढ़ जिला , झारखंड

झारखंड के  24जिलो में एक जिला रामगढ़ है।

इस जिले की स्थापना हजारीबाग से कटकर हुई है, इसकी स्थापना सन् 12 सितंबर 2007 में हजारीबाग के कुछ भागों को अलग करके बनाई गई थी।
इस जिले की मुख्यालय रामगढ़ छावनी है।
रामगढ़ के इतिहास:-
ब्रिटिश काल में रामगढ़ जिले में जमीदारी प्रथा का बहुत प्रचलन था।
इस क्षेत्र में छोटा नागपुर के राजा एवं उनके राज्य का शासन था।
इस जिले के पूरे क्षेत्रों में प्राकृतिक धन धान्य की कमी नहीं है। इस क्षेत्र के गर्भ में कोयला एवं अन्य कई प्रकार के प्राकृतिक अभ्रक  विद्यमान है। और अभी तत्काल यह भारत राज्य अंदर है।
राजा बहादुर कामाक्षय नारायन सिंह इस स्थान के अंतिम शासक थे। सन 1945 को राजा ने अपने राज्य का पूरा कार्यभार भारत सरकार को सौंप कर अपने को कृतार्थ किया था। यह इस स्थान पर 1919 से 1947
तक यहां के प्रजा के राजा के रूप में नेतृत्व किए थे इस राज्य को ।

स्वतंत्रता के पश्चात:-
1947 के बाद जब यहां के शासक राजा बहादुर कामाक्षय नारायण सिंह ने इस स्थान को भारत सरकार  को सौंप दिया उसके पश्चात यह भाग हजारीबाग के क्षेत्रों में विलीन हो गए तथा 12 सितंबर 2007 को यह फिर से 1 जिले के रूप में उभरा।

विभागस्थल:-
यह जिला 6 विकास खंडों में विभाजित किया गया है:-
१. रामगढ़
२. गोला
३.मांडू
४. पतरातू
५. दुलमी
६. चितरपुर

पर्यटन स्थल:-
१. छिन्मस्तिका मंदिर रजरप्पा
२. माता वैष्णो देवी मंदिर
३. टूटी झरना मंदिर
४. पतरातू डैम 
पतरातूू लेक रिसोर्ट।
५. पंच वाहिनी मंदिर  लबगा ,पतरातू
६. चुटूपालु
७. बानखेता
८. बिरसा मुंडा प्राणी उद्यान
९. पोना पर्वत धाम
१०.केथा शिव मंदिर
११. पतरातु घाटी
१२.सिकिदिरी घाटी

रामगढ़ जिले की विस्तृत जानकारी:-
क्षेत्रफल: 1211 वर्गकि.मी
जनसंख्या (2011): 9,49,159
 उपविभाग: मंडल
उपविभागों की संख्या:6
मुख्य भाषा: हिन्दी व खोरठा।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें