गुरुवार, 21 मई 2020

झारखंड राज्य

भारत के राज्यों में एक ऐसी राज्य जहां पर हर तरह से मनोरम  दृश्य देखने को मिलते हैं। आज मैं भारत के झारखंड प्रांत के बारे में बात करने जा रहा हूं।  इस राज्य का गठन 15 नवंबर 2000 में की गई थी। इस राज्य की सीमाएं बिहार ,छत्तीसगढ़,पश्चिम बंगाल ,उड़ीसा तथा उत्तर प्रदेश के सीमाओं से सटी हुई है।
इस राज्य को छोटा नागपुर की उपाधि मिली है। इस राज्य के हर एक जिले में हरियाली एवं खुशियां छाई हुई है। इस राज्य का सृजन बिहार के दक्षिणी भाग से कटकर हुआ है। इस राज्य की राजधानी रांची है। और उप राजधानी दुमका
इस राज्य के प्रमुख शहरों के नाम जमशेदपुर, बोकारो ,धनबाद ,रामगढ़ आदि हैं।
इस राज्य में कुल 24 जिले हैं।
प्राचीन काल:-
इस राज्य के प्राचीन अंश हजारीबाग जिले मे 5000 पुराना गुफा चित्र मिला है। इस राज्य में प्राचीन लोहे के औजार एवं मिट्टी के बर्तन प्राप्त हुए हैं।325 ईसा पूर्व पहलेे यह मौर्य वंश कााा उन्नत राज्य था।
यहां फनी मुकुट राज्य ने छोटा नागपुर प्रांत मेंनागवंशी की स्थापना की थी।

वर्तमान काल:-
आजादी के पश्चात इस राज्य में उन्नति काफी कम हुई लेकिन शिक्षा दर में यह राज दूसरे राज्यों के मुकाबले कदम से कदम मिलाकर चल रहा है। वर्तमान काल में इस राज्य की कुल 24 जिले हैं।
१. रांची
२. लोहरदगा
३. गुमला
४. सिमडेगा
५. पलामू
६. लातेहार
७. गढ़वा
८. पश्चिमी सिंहभूम
९. सरायकेला
१०. पूर्वी सिंहभूम
११. दुमका
१२. जतारा
१३. साहिबगंज
१४. पाकुर
१५. गोड्डा
१६. हजारीबाग
१७. चतरा
१८. कोडरमा
१९. गिरिडीह
२०. धनबाद
२१. बोकारो
२२. देवघर
२३. कुंती
२४. रामगढ़
इस राज्य की स्थापना 15 नवंबर 2000 को 28 वे राज्य के रूप में की गई।
भौगोलिक स्थिति:-
इस प्रांत का ज्यादातर हिस्सा छोटा नागपुर पठार का है।
कोयल ,दामोदर ,स्वर्णरेखा, खड़कई , ब्रह्माणी नदियों का उद्गम स्थल है। इस राज्य के ज्यादातर हिस्से वन एवं वन्य प्राणियों से घिरी हुई है।
यह प्रांत  ज्यादातर चट्टान एवं पत्थरों से बनी हुई है। उनके विभाजन कुछ इस प्रकार किए गए हैं:-
१. लाल मिट्टी-
ज्यादातर दामोदर एवं राजमहल के क्षेत्रों में पाई जाती है।
२. मायका युक्त मिट्टी:-
यह मिट्टी ज्यादातर कोडरमा ,झुमरी तलैया ,बड़कागांव एवं मंदार पर्वत के आसपास के क्षेत्रों में पाई जाती है।
३. बुलाई मिट्टी:-
यह मिट्टी ज्यादातर हजारीबाग और धनबाद के क्षेत्रों में पाई जाती है।
४. काली मिट्टी:-
यह मिट्टी ज्यादातर राजमहल क्षेत्रों में पाई जाती है।
५.लैटेराइट मिट्टी:-
यह मिट्टी रांची के पश्चिमी हिस्से, पलामू ,संथालपरगना के हिस्सों में पाई जाती है।
वनस्पति एवं जैविक:-
यह राज्य वनस्पति एवं जैविक विविधताओं से परिपूर्ण है। यहां प्रमुखता वन्यजीवों का आवास निवास है जिनमें बाघ, हाथी ,भैंस आदि विभिन्न वन्य जीव उपस्थित है।

जनसंख्या अनुपात
झारखंड की आबादी भारत की कुल आबादी का 2% है यहां की आबादी लगभग 32.98 मिलियन है।
प्रति वर्ग किलोमीटर की जनसंख्या 414 के लगभग है।

झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न भाषाएं संस्कृति बोली और मानी जाती है। यहां की प्रमुख भाषाएं खोरठा ,नागपुरी, हिंदी, उर्दू, संथाली, मुंडारी आदि भाषाएं बोली जाती है। झारखंड में कई जाति एवं जनजातियां हैं। यहां की साक्षरताा डर 65%है।

उद्योग:-
भारत के कुछ महत्वपूर्ण औद्योगिक स्थान झारखंड में भी स्थित है उनके नाम बोकारो, धनबाद, रांची और जमशेदपुर है।

१. भारत का पहला एवं विश्व का पांचवा सबसे बड़ा इस्पात कारखाना टाटा स्टील झारखंड के जमशेदपुर  में स्थित है।

२. एक और बड़ा इस्पात बोकारो जिले में भी स्थित है
३. भारत का सबसे बड़ा आयुध (weapon)कारखाना बोकारो जिले के गोमिया में स्थित है


४. मिथेन गैस का पहला प्लांट

पर्यटक स्थल:-
१.पतरातू डेम,
२.पलामू किला
३. देवघर वेदनाथ मंदिर
४.बासुकीनाथ
५. लोध जलप्रपात
६. हुंडरू जलप्रपात
७ बेतला राष्ट्रीय उद्यान
८ छिनमस्तिके मंदिर
९ मैथन डैम
१० हजारीबाग रेलवे स्टेशन
११ दशम जलप्रपात
आदि कई और पर्यटन स्थल हैं।

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